आज सूर्योदय ६.५१ बजे होगा। आज का ब्रह्म मुहूर्त सुबह ५.१५ से लेकर ६.०३ बजे तक है। हर रोज़ ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से ९६ मिनट पहले शुरू होता है और सूर्योदय से ५८ मिनट पहले समाप्त होता है। इस तरह ब्रह्म मुहूर्त की अवधी नित दिन ५८ मिनट की होती है।
ब्रह्म का ज्ञान मतलब है। हमारी प्राचीन संस्कृति मै ब्रह्म मुहूर्त मे जगने का बहुत महत्व है। ब्रह्म मुहूर्त मै जागने से हम अपनी सुबह की सब दिनचर्या जैसे की उषापान(४ ग्लास गुनगुना पानी पीना), मल त्याग, स्नान, दन्त धावन, ध्यान, प्राणायाम, पुजा अर्चना आिद को सूरज उगने से पहले आसानी से पुरी हो जाती है।
ब्रह्म मुहूर्त मै उठने से हम उगते सूरज का स्वागत करने के लिए हम पुरी तरह तैयार हो जाते है। उगते सूरज की पहली किरणों को देख कर हम धन्य हो जाते है। सूरज की केसरिया किरणों को धारण कर से हमारा स्वास्थ्य वर्धन होता है और हममें सूर्य सामान तेज़ आता है।
सूर्योदय के बाद हम सब को सूर्य देवता को जल अर्पित करना चाहिए, सुर्य नमस्कार करना चाहिए, योग और सैर करनी चाहिए।
इन सब दिनचर्या के बाद हम भोजन ग्रहण कर सकते है। सुबह के भोजन की मात्रा पुरे दिन के भोजन की ७० प्रतिशत होनी चाहिए। नाश्ता और दिन का टिफ़िन की विक्रिती अग्रेजो की देन है। भोजन के उपरान्त हम सब को वज्र आसन मै १० मिनट बढ़ना चाहिए। आखरी मै हम सबको को बिष्णु के सामान बाएँ हाथ पर २० मिनट तक अर्ध निन्दा लेनी चाहिए।
अब हम दिन भर की कार्य करने के लिए पुरी त्तरह तैयार है।
No comments:
Post a Comment