इतिहास हमें इसलिए पढ़ाया जाता है ताकि हम उससे सीख लेकर वर्तमानमें कार्यरत होकर भविष्य के लिए तैयारी कर सके।
🙏 800 साल तक अभेद्य रहे चितौड़गढ़ को तोप के अविष्कार के बाद छोड़ना पड़ा। इस घटना से हम क्या सीख लेसकते है?
🙏 16 मार्च 1927 के दिन खनवा के युद्ध में सौ युद्ध जीतने वाले राणा संगा की केवल मुग़लों की बंदूक़ और तोपों केकारण हुई हार से हम क्या सीख ले सकते है?
🙏सिंध(सन्712-रानी लाडी ), ग्वालियर(सन्1232), रन्थमबोर(सन्1301), चितौड़गढ़ (सन्1303-रानी पद्मिनी, दिनांक15/3/1535-रानी कर्णावती, सन्1568) और अन्य भारत किलो में मुग़लों और अरबी लोगों के कारण हुएअसंख्य बार हुए जौहरों से हम भविष्य के लिए क्या सीख ले सकते है।
🙏200 साल अंग्रेज़ी की ग़ुलामी और कांग्रेस प्रायोजित विभाजन में हुए नरसंहार से हम क्या सीख ले सकते है?
भारत के इतिहास से प्रेरित होकर हम सब निम्नलिखित संकल्प लेकर भारत को विश्व गुरू बनाए:
🙏संकल्प ले कि हम भारत देश को अखण्ड रखेंगे।
🙏संकल्प लें कि हम भारत भूमि की रक्षा अपने प्राणों से भी करनी पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे।
🙏संकल्प ले कि हम भारतीय संस्कृति को स्वयं अपना कर और दूसरों को अपनाने के लिए प्रेरित कर और भी मज़बूतकरेंगे।
🙏संकल्प ले कि हम देश के लिए ईमानदार, निःस्वार्थ, मेहनती, निडर, और प्रगतिशील नेतृत्व ही चुनेंगे।
🙏संकल्प लें कि हम गहन परिश्रम करके अपने व्यापार को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले कर जाएँगे और देश कीअर्थव्यवस्था को मज़बूत करेंगे।
🙏संकल्प लें कि हम अपने-अपने कर आदि देकर देश की सैन्य शक्ति को आधुनिक और शक्तिशाली बनाएँगे।
🙏संकल्प ले कि हम आयुर्वेद को अपना कर और प्रतिदिन योग/ ध्यान/ प्राणायाम/ व्यायाम करके स्वस्थ रहेंगे।
🙏संकल्प लें कि हम सुबह की धूप और रात में गाय के दुग्ध के सेवन से शक्तिशाली और निडर बनेंगे।
🙏संकल्प ले कि हम सभी प्रकार के व्यसनों जैसे मदिरापान, तम्बाकू के सेवन आदि से दूर रहेंगे ।
🙏संकल्प लें कि हम प्रतिदिन मंदिर आदि ज़रूर जाएँगे और अपनी धार्मिक आस्था को और भी मज़बूत करेंगे।